हो खोलती मोक्ष को द्वार,परम सूखदायी हो स्कन्द माता तुम
समस्त इच्छाएं अपने भक्तों की,पूरी करने आयी हो माता तुम
कमल के आसान पर हो माता विराजमान,तुम हो पद्मासना
मूढ़ को हो ज्ञानी करतीं, कार्तिकेय कि माता कहलायी हो तुम
Swapna sharma
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