अर्ध चन्द्रमा मस्तक पर तेरे, चन्द्रघण्टा है नाम कहाया
खड़क त्रिशूल से तू विभुषित स्वर्ण सी सुन्दर तेरी काया
सब देत्या दानव और राक्षस डरते ध्वनि से तेरे घंटे की
मुद्रा तेरी युद्ध करने की लेकर तेरी सवारी सिंह आया
अर्ध चन्द्रमा मस्तक पर तेरे, चन्द्रघण्टा है नाम कहाया
Swapna Sharma
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