पहली होली मेरी गुड़िया की,जीवन मे इसके खुशियाँ हज़ार भर दूँ
कोई भी हो रंग रंग से जीवन इसका हरा गुलाबी लाल भर दूँ
सारी बुरी बालाये हो दहन जलती होली मे होलिका की तरह
प्रहलाद की तरह निखर आये, जले बालायें और आये खुशियों के रंग बार बार भर दूँ
Swapna sharma
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